Saturday, February 22, 2020

Info about Fatehpur District in UP India

Fatehpur is situated between cities Kanpur and Allahabad in Uttar Pradesh. Fatehpur district is one of the 70 governmental districts of Uttar Pradesh with command center at Fatehpur town. The district is positioned on the banks of two sacred rivers Ganga and Jamuna.

Fatehpur district is a part of Allahabad Division. The northern boundary of the district is restricted by river Ganga and southern is ended with river Yamuna. The area of Fatehpur district is 4152 sq. km. Population of Fatehpur in (2001) is 2,305,847 in which Males 1,218,892 and Females 1,086,955, the Population density is 555 per sq. km. Sex Ratio 891, Literacy Rate 44.60%, No. of Sub-Division 03, No. of Blocks 13, No. of Villages 1516, Average rainfall 904 mm, Postal Code 212601, and STD Code 05180.

This district is positioned between two imperative cities Allahabad, which is also known as "Prayag", and Kanpur of state Uttar Pradesh. This is well linked with those cities by train route and road. The distance from Allahabad is 117 km and from Kanpur is 76 km by railway. The north boundary of the district is limited by river Ganga and southern is ended with river Yamuna.

In the Vedik era the region of this district was known as "Antardesh", which means the fertile area between two big rivers. Later, it was known as "Madhyadesh" which means central region. The northern region of the district is influenced with "Avadhi" culture while southern part shows effect of the "Bundelkhand". The region of Fatehpur was included in the district Vatsa, which was one among sixteen districts described in the Baudh literature.

Thursday, December 26, 2013

Cinnamon (Daalchini): सर्दियों में गुणकारी है दालचीनी

स्वाद और सुगंध से भरपूर दालचीनी को मसालों में अहम स्थान दिया गया है। यह श्रीलंका एवं दक्षिण भारत में बहुतायत में मिलता है। यह एक वृक्ष की छाल होती है। यह गरम मसाला तो है ही यह पाचन, वातहर, स्तंभण, गर्भाशय उत्तेजक, गर्भाशय संकोचक एवं शरीर उत्तेजक है। चाय, काफी में दालचीनी डालकर पीने से स्वादिष्ट हो जाती है तथा जुकाम भी ठीक हो जाता है। इसे मैक्सिको में चॉकलेट बनाने की विधि में भी प्रयोग किया जाता है। आइये जानते हैं दालचीनी के स्वास्थ् लाभ के बारे में-




1. दालचीनी का उपयोग मधुमेह में काफी लाभप्रद है। भोजन में दालचीनी पाउडर का 1 चम्मच रक् में शर्करा का स्तर कम करता है। इसके प्रयोग से टाइप टू डायबीटिज में रक् शर्करा 18 से 24 फीसदी तक कम हो सकती है।


2. दालचीनी गर्म होती है, इसलिये जाडे़ के दिनों में इसके प्रयोग से सर्दी, खांसी जुखाम से राहत मिलती है।


3. जोड़ों के दर्द में रोज सुबह आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को एक बडे़ चम्मच शहद में मिला कर सेवन किया जाए तो बहुत जल् लाभ होता है।



4. यह पाचक रसों के स्त्राव को भी उत्तेजित करती है। दांतों की समस्याओं को दूर करने में भी यह उपयोगी है।

5. कब् होने पर 1 ग्राम दालचीनी और 5 ग्राम छोटी हरड़ का चूर्ण मिला कर रात्रि में लें। - दांत में कीड़ा लगने, दर्द होने पर दालचीनी के तिेल में भीगी रूई का फाहा लगाने से आराम आता है।

6. दालचीनी को पानी में उबाल कर शहद मिला कर सुबह पीने से मोटापे से छुटकारा मिलता है।

7. हृदय रोगियों को चाहिये कि रोटी और ब्रेड पर शहद और दालचीनी लगाकर खाएं। प्रतिदिन ऐसा करने से रक्तवाहिनियों में चर्बी नहीं जमती।



8. दो चम्मच शहद और दालचीनी का पाउडर गर्म पानी में मिला कर पीने से कुछ ही समय में कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है। इस घोल को दिन में दो से तीन बार पीजिये।

9. दालचीनी के तेल की कुछ बूंदें कान में डालने से कम सुनाई देने की समस्या से छुटकारा मिलता है।

10. दालचीनी मैंगनीज का भंडार है। इससे स्मरण शक्ति बढ़ती है। इसलिये बच्चों , महिलाओं, मानसिक श्रम करने वालों को ब्रेड पर मक्खन या शहद के साथ आधा चम्मच दालचीनी का पाउडर लगा कर सुबह शाम लेना चाहिये।